जो न सोचा था कभी सो हो गया है तंत्र बिगड़ा है कहीं जन खो गया है । तीर अब ईमानदारों जो न सोचा था कभी सो हो गया है तंत्र बिगड़ा है कहीं जन खो गया है । तीर...
उसने मुझे आज एक ताना मार दिया दिल को मेरे आज हरा दिया। उसने मुझे आज एक ताना मार दिया दिल को मेरे आज हरा दिया।
"मैं शहर हूँ मैं गांव से बहुत आगे निकल चुका हूँ , गांव को तो मैं हजार कदम पीछे छो "मैं शहर हूँ मैं गांव से बहुत आगे निकल चुका हूँ , गांव को तो मैं हजा...
माॅं तेरी याद में दो ऑंसू निकल जाते हैं। माँ तुम्हें कोटि-कोटि प्रणाम करते है। माॅं तेरी याद में दो ऑंसू निकल जाते हैं। माँ तुम्हें कोटि-कोटि प्रणाम करते है...
अब क्यों मिले तुम मुझे मेरे इस हाल में जब दिल सोचने लगा की मर चुका मैं। अब क्यों मिले तुम मुझे मेरे इस हाल में जब दिल सोचने लगा की मर चुका मैं।
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।